नवगछिया: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुर के विस्तार केंद्र का विधिवत उद्घाटन शनिवार को नवगछिया स्थित मदन अहिल्या महिला महाविद्यालय में किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विमलेंद्र शेखर झा, कुलसचिव डॉ. रामाशीष दुबे और छात्र कल्याण अध्यक्ष डॉ. अर्चना शाह विशेष रूप से उपस्थित रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अवधेश रजक के नेतृत्व में समारोह का आयोजन हुआ।
कुलपति ने कहा कि नवगछिया और आसपास के इलाकों के छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस विस्तार केंद्र की स्थापना की गई है। अब विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर तक बार-बार आने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे समय और आर्थिक दोनों प्रकार की बचत होगी। यह केंद्र दुर्गा पूजा के बाद पूरी तरह से क्रियाशील हो जाएगा। इसके लिए अलग से स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी। केंद्र के नोडल ऑफिसर के रूप में प्राचार्य डॉ. अवधेश रजक को नियुक्त किया गया है।
सम्मान समारोह का आयोजन
उद्घाटन अवसर पर कॉलेज परिसर में एक सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मदन अहिल्या महिला कॉलेज की संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा स्वागत गान से हुई। इस दौरान कुलपति ने विश्वविद्यालय से संबंधित कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश भी दिए.

प्रोफेसरों के वेतन पर सख्ती
कुलपति ने कहा कि उनके कार्यभार ग्रहण करने के बाद सभी कॉलेजों के शिक्षकों के वेतन संबंधी समस्याओं का समाधान तेजी से किया जा रहा है। साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी कॉलेज के प्राचार्य द्वारा समय पर डिमांड नहीं भेजा गया तो उनके वेतन पर भी रोक लगाई जाएगी।
छात्रावास और कॉमन रूम की समस्याओं पर निर्देश
छात्र-छात्राओं द्वारा दिए गए पत्रों में छात्रावास से संबंधित समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए कुलपति ने ठेकेदार की जांच कराने का निर्देश दिया। यदि कार्य अधूरा पाया गया तो ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। उन्होंने छात्रावास को जल्द से जल्द चालू कराने का भी आश्वासन दिया।
कॉलेज की छात्राओं द्वारा कॉमन रूम की मांग को लेकर कुलपति ने प्राचार्य को एक माह के भीतर कॉमन रूम चालू करने और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
प्रोफेसर की मांग और डिजिटल लाइब्रेरी पर जोर
भौतिकी, जंतु विज्ञान, मनोविज्ञान और संगीत विषय में प्रोफेसरों की कमी को लेकर कुलपति ने कहा कि जिन कॉलेजों में इन विषयों के अधिक प्रोफेसर हैं, वहां से समायोजन करते हुए कुछ शिक्षकों को नवगछिया भेजा जाएगा और तीन-तीन दिन की क्लास लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए महाविद्यालय को विश्वविद्यालय में लिखित आवेदन देना होगा।
डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देते हुए कुलपति ने कहा कि लाइब्रेरी को डिजिटलाइज किया जाए और किताबों की खरीद से पहले संबंधित प्रोफेसर और छात्रों की राय ली जाए।
एनसीसी शिक्षक की नियुक्ति जल्द
एनसीसी यूनिट में शिक्षक की कमी को लेकर कुलपति ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस दिशा में आवश्यक कदम उठाए जाएंगे और एनसीसी की व्यवस्था को सुचारू बनाया जाएगा।

