बेटी के जन्म पर खुशी मनाने की अनोखी पहल, समाज में दिया सकारात्मक संदेश
नवगछिया : पुलिस जिला नवगछिया के रंगरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उस समय एक अलग ही माहौल देखने को मिला जब मुरली गांव निवासी रवि कुमार अपनी नवजात बेटी को लेने फूलों से सजी कार लेकर अस्पताल पहुंचे। बेटी के जन्म की खुशी में उन्होंने अपनी कार को दुल्हन की तरह सजाया और पूरे परिवार के साथ नवजात को लेने अस्पताल पहुंचे। अस्पतालकर्मी भी इस अनोखे दृश्य को देखकर अचंभित रह गए।

रवि कुमार ने बताया कि उनके घर में पहले से एक बेटा है, लेकिन शादी के समय से ही उन्हें और उनकी पत्नी शीतल कुमारी को बेटी की चाहत थी। पहले बच्चे के रूप में बेटा हुआ था, जिससे कुछ अधूरापन महसूस हो रहा था। लेकिन जब दोबारा बेटी का जन्म हुआ, तो पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई।
बेटी के जन्म को खास बनाने के लिए रवि ने खास तैयारी की थी। उन्होंने एक कार को फूलों और रंग-बिरंगे सजावटी कागजों से सजवाया और पूरे परिवार के साथ अस्पताल पहुंचे। अस्पताल पहुंचते ही लोग उन्हें देखने के लिए जुट गए। अस्पताल के प्रभारी डॉ. रंजन ने बताया कि “बीती रात एक गर्भवती महिला को भर्ती कराया गया था। सुबह जब बच्ची के जन्म के बाद परिवार कार लेकर पहुंचा, तो वह दृश्य बेहद भावुक और प्रेरणादायक था।”

रवि कुमार ने बताया कि समाज में अक्सर बेटियों के जन्म को बोझ समझा जाता है, लेकिन उन्हें शुरू से ही बेटी की चाह थी। उन्होंने कहा कि बेटी भगवान का आशीर्वाद होती है और उसका जन्म भी उसी खुशी और सम्मान के साथ मनाया जाना चाहिए जैसे बेटे के जन्म को मनाया जाता है।
बेटियों के जन्म को लेकर समाज में व्याप्त रूढ़िवादी सोच के बीच यह पहल एक प्रेरणा बनकर सामने आई है। यह घटना यह भी बताती है कि सोच बदली जा रही है और अब बेटियों को भी उतना ही सम्मान और प्रेम मिलने लगा है जितना उन्हें मिलना चाहिए।
